O.P. Jindal: किसान के बेटे से India के बड़े Business Tycoon तक का सफर

जब भी हम India के प्रमुख Industrial states की बात करते हैं, तो Maharashtra, Tamil Nadu और Gujarat का नाम सबसे पहले आता है। लेकिन Haryana के बारे में सोचते ही अधिकतर लोगों के दिमाग में दूध, लस्सी और खेल जगत के Champions आते हैं। हालांकि, यह धरती न केवल देश को बेहतरीन खिलाड़ी देने के लिए जानी जाती है, बल्कि इसने एक ऐसे Industrialist को भी जन्म दिया, जिसने Indian Industry में नई Revolution लाई। हम बात कर रहे हैं O.P. Jindal की, जिनकी Legacy को उनकी Wife Savitri Jindal और उनके चारों Sons आज भी आगे बढ़ा रहे हैं। Savitri Jindal की Net Worth $28 Billion से अधिक है, जिससे वे India की सबसे Rich Woman बन गई हैं।

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शुरुआती संघर्ष और Business की नींव

7 August 1930 को Haryana के Hisar जिले के एक छोटे से Village Nalwa में Om Prakash Jindal का जन्म हुआ। उस वक्त देश British Rule में था, लेकिन 1947 में Independence मिलने के बाद India को Hunger और Unemployment जैसी गंभीर समस्याओं से जूझना पड़ा। इस दौर में Industries के Development की सख्त जरूरत थी, और Tata-Birla जैसे बड़े Groups इस दिशा में आगे बढ़ रहे थे। O.P. Jindal भी अपना Business शुरू करके लोगों को Employment देना चाहते थे, लेकिन एक Farmer Family से होने के कारण उनके पास ज्यादा Capital नहीं था।

Business की तलाश में वे अपने Brothers के साथ Kolkata गए और Steel Trading का काम शुरू किया। कुछ Capital इकट्ठा करने के बाद, वे 1952 में वापस Hisar लौटे और Bucket Manufacturing की एक Small Factory शुरू की। इसी दौरान जब उन्होंने एक “Made in England” लिखा हुआ Steel Pipe देखा, तो उन्हें एहसास हुआ कि India को Self-Reliant बनाने के लिए हमें अपनी Steel Pipes बनाने की जरूरत है।

Jindal India Limited की शुरुआत

1964 में, उन्होंने Kolkata के पास Liluah में एक Steel Pipe Factory शुरू की, जिसे Jindal India Limited नाम दिया गया। हालांकि, यह Factory खुद से Pipes नहीं बनाती थी, बल्कि Tata की Indian Tube Company के Rejected Steel Pipes खरीदकर उन्हें Repair करके High Prices पर बेचती थी।

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जब Tata Group को यह बात पता चली, तो उन्होंने O.P. Jindal को बुलाकर इस Process को रोकने के लिए कहा। अब उनके पास दो ही Options थे – या तो Pipes खरीदना बंद कर दें या फिर कोई नया तरीका निकालें। उन्होंने Tata से छोटे-छोटे Steel Pieces खरीदकर उनसे Sockets बनाना शुरू कर दियाTata Steel की Quality इतनी बेहतरीन थी कि Germany की Companies उनके Sockets खरीदने लगीं और Business तेजी से Grow करने लगा।

लेकिन यहां भी Indian Tube Company ने बाधा डाल दी और Jindal Group को Steel Supply देना बंद कर दिया। इससे उनकी Factory बंद होने की कगार पर पहुंच गई। लेकिन O.P. Jindal हार मानने वालों में से नहीं थे। उन्होंने खुद Steel Pipes बनाने की Factory स्थापित करने का फैसला किया और Hisar लौटकर Steel Pipes Manufacturing का काम शुरू किया।

“Make in India” की शुरुआत

उस समय Industry में इस्तेमाल होने वाली Machines विदेशों से मंगाई जाती थीं, जो बहुत Expensive होती थीं और आने में Time लगता था। लेकिन O.P. Jindal का Machines के प्रति गहरा Passion था। उनके पास न तो कोई Engineering की Degree थी, न ही Machine बनाने का Experience, लेकिन वे सिर्फ Machine की आवाज सुनकर उसकी Fault बता सकते थे।

1969 में उन्होंने Hisar में “Jindal Strips” के नाम से एक बड़ी Steel Unit स्थापित की, जिससे Steel Pipe Production कई गुना बढ़ गया। Swadeshi Machines का इस्तेमाल करने की वजह से Production Cost भी काफी कम हो गया।

1991 में जब India की Economic Condition खराब हुई और Industrial Growth रुक गई, तब भी Jindal Group ने Self-Reliance की राह अपनाई। 1992 में, उन्होंने Raipur में Machine Division की शुरुआत की, जहां Affordable और Swadeshi Machines बनाई जाने लगीं। इससे न केवल India का पैसा बचा, बल्कि कई Factories की शुरुआत हुई और लाखों लोगों को Employment मिला।

Social Work और Political Journey

O.P. Jindal केवल एक Businessman नहीं थे, बल्कि Social Service में भी आगे थे। वे अक्सर Workers और Employees के साथ बैठकर उनकी Problems सुनते थे और उनके Rights के लिए लड़ते थे। इसीलिए लोग उन्हें प्यार से “Bauji” कहकर बुलाने लगे।

Society में सुधार लाने के लिए उन्होंने Haryana की Politics में कदम रखा और तीन बार MLA और एक बार MP बने। हालांकि, इस दौरान भी उनका Business तेजी से Grow करता रहा क्योंकि उनके चारों Sons इसे संभाल रहे थे। 31 March 2005 को, जब वे Haryana के Energy Minister थे, उनका Helicopter Crash हो गया और उनकी Death हो गई।

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Legacy और चार Sons की जिम्मेदारी

O.P. Jindal ने अपने Lifetime में ही अपनी Property का Distribution कर दिया था, लेकिन पूरी संपत्ति का मालिकाना हक उनकी Wife Savitri Jindal के पास रखा गया। आज उनकी वजह से Savitri Jindal India की सबसे Rich Woman हैं।

उनके चार Sons ने Jindal Group को नई Heights पर पहुंचाया:

  1. Prithviraj JindalJindal Saw Limited के प्रमुख, जो Water Transport और Oil-Gas Pipe Industry में काम कर रहे हैं।
  2. Ratan JindalJindal Stainless Limited के प्रमुख, जो India की Leading Stainless Steel Manufacturer Company है।
  3. Sajjan JindalJSW Group के प्रमुख, जिन्होंने Jindal Group को Global Level तक पहुंचाया।
  4. Naveen JindalJindal Power & Steel के प्रमुख, जो Energy और Steel Sector में काम कर रहे हैं।

Conclusion

O.P. Jindal की कहानी सिर्फ एक Business Success Story नहीं है, बल्कि यह एक Farmer के बेटे के संघर्ष, मेहनत और दूरदर्शिता की Inspirational Journey है। उनकी Vision ने India में Steel और Machine Manufacturing को Self-Reliant बनाया। उनकी Legacy आज भी उनके Sons और Wife द्वारा आगे बढ़ाई जा रही है और Jindal Group दुनिया में Indian Industry की Strength का Example बना हुआ है।

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